
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लेकर राजनीतिक माहौल एक बार फिर गरमा गया है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को चीन द्वारा भारतीय जमीन कब्जाने संबंधी टिप्पणी को लेकर फटकार लगाई। इस पर कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि राहुल गांधी की हरकतें चीन के एजेंट जैसी लगती हैं।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राहुल गांधी ने जो बयान दिए हैं, वे बेहद गंभीर और गैर-जिम्मेदाराना हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी बार-बार झूठे तथ्यों के आधार पर देश की सेना और सरकार की छवि को धूमिल करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा, “इतना बड़ा झूठ कि दो हजार वर्ग किलोमीटर की ज़मीन चीन ने कब्जा कर ली है? भारत के किसी भी सीमा से दिल्ली की दूरी ही दो हजार किलोमीटर है। ये बातें समझ से परे हैं।”
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भारत सरकार ने राहुल गांधी को जिस तुगलक लेन में घर दिया है, वह शायद इसलिए उपयुक्त है क्योंकि वे “तुगलकी बातें” ही करते हैं। आचार्य प्रमोद का मानना है कि सुप्रीम कोर्ट की फटकार न सिर्फ राहुल गांधी बल्कि पूरे विपक्ष के लिए एक चेतावनी है कि राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दों पर राजनीति न की जाए।
चुनाव आयोग को बताया निष्पक्ष और सशक्त
तेजस्वी यादव द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों पर भी आचार्य प्रमोद ने तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग एक सशक्त और निष्पक्ष संस्था है और उसके खिलाफ सवाल उठाना पूरे लोकतंत्र पर सवाल खड़ा करना है। उन्होंने कहा, “अगर विपक्ष को चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं है, तो फिर राहुल गांधी समेत तमाम विपक्षी नेताओं को लोकसभा की सदस्यता छोड़ देनी चाहिए, क्योंकि वे उसी आयोग के सर्टिफिकेट से संसद पहुंचे हैं।”
उन्होंने तेजस्वी यादव के आरोपों को विपक्ष की हताशा करार दिया और कहा कि चुनाव आयोग के जवाब ने विपक्ष के मुंह पर तमाचा मारा है। उनका मानना है कि लोकतंत्र में संस्थाओं की गरिमा बनाए रखना हर राजनीतिक दल की जिम्मेदारी होनी चाहिए।
सनातन धर्म को बताया शाश्वत
सिर्फ राजनीति नहीं, आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सनातन धर्म को लेकर भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के खिलाफ सदियों से साजिशें होती रही हैं, लेकिन यह धर्म आज भी अडिग खड़ा है। उन्होंने कहा, “दुनिया में अगर कोई धर्म है, तो वह केवल सनातन है। बाकी सब पंथ, संप्रदाय और समाज हैं। सनातन को कोई मिटा नहीं सकता।”
उन्होंने धर्म के नाम पर हो रही राजनीतिक बयानबाजी की भी आलोचना की और कहा कि यह समाज को बांटने की साजिश है।
पी. चिदंबरम पर सीधा हमला
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “इस देश का बहुत सत्यानाश हो चुका है और चिदंबरम जैसे नेताओं ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई है। मेरी विनती है कि अब और बेड़ा गर्क करने की कोशिश न करें।”
आचार्य प्रमोद कृष्णम की यह टिप्पणी राजनीति के मौजूदा दौर में स्पष्ट और बेबाक स्वर के रूप में सामने आई है। उनकी बातों से यह संदेश मिलता है कि राष्ट्रीय मुद्दों पर राजनीति करने से पहले तथ्यों की गहराई से जांच और जिम्मेदारी से बयान देना अत्यंत आवश्यक है। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद यह साफ हो गया है कि अब देशहित से जुड़े मामलों में गलत बयानी को सहन नहीं किया जाएगा।

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