
लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली में एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भारतीय लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाते हुए कथित तौर पर वोट चोरी के मुद्दे को एक बार फिर दोहराया। राहुल गांधी ने दावा किया कि यह गड़बड़ी केवल व्यक्तिगत निर्वाचन क्षेत्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि राज्य और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर सुनियोजित तरीके से हो रही है।
‘H’ फाइल्स और राज्य चोरी का दावा
राहुल गांधी ने अपनी बात की पुष्टि के लिए ‘एच’ फाइल्स (H Files) नामक एक आंतरिक दस्तावेज का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “हमारे पास ‘एच’ फाइल्स हैं और यह इस बारे में है कि कैसे एक पूरे राज्य को ही चुरा लिया गया है। हमें संदेह है कि यह व्यक्तिगत निर्वाचन क्षेत्रों में नहीं, बल्कि राज्य स्तर पर और राष्ट्रीय स्तर पर हो रहा है।”
कांग्रेस के आधिकारिक एक्स हैंडल से भी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की वीडियो साझा करते हुए यही बात दोहराई गई: “एक पूरा राज्य कैसे चुरा लिया गया? वोट चोरी राज्य और राष्ट्रीय, दोनों स्तरों पर हो रही है। हमने कई राज्यों में इसका अनुभव किया है, इसलिए हमने हरियाणा में और गहराई से जांच करने का फैसला किया।” यह बयान आगामी चुनावों से पहले चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।

हरियाणा चुनाव में अनुमानित जीत को हार में बदलना
राहुल गांधी ने विशेष रूप से हरियाणा चुनाव के नतीजों पर संदेह जताया। उन्होंने कहा कि सभी सर्वेक्षणों और एग्जिट पोल में कांग्रेस की स्पष्ट जीत की ओर इशारा किया गया था, लेकिन नतीजे इसके विपरीत आए। उनका मुख्य तर्क डाक मतपत्रों (Postal Ballots) से जुड़ा था।
डाक मतपत्रों का असामान्य डेटा
उन्होंने बताया कि हरियाणा के चुनावी इतिहास में यह पहली बार हुआ कि डाक मतपत्रों की संख्या वास्तविक मतदान से अलग थी। उनके अनुसार, डाक मतपत्रों में कांग्रेस को 73% और भाजपा को मात्र 17% मत मिले, जिसके बाद उन्होंने बारीकियों की जांच शुरू की।
सीएम की ‘मुस्कान’ पर सवाल
राहुल गांधी ने मतगणना से दो दिन पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री की मुस्कान और ‘व्यवस्था’ के उनके संदर्भ पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि ऐसे समय में जब एग्जिट पोल और तमाम संकेतक कांग्रेस के पक्ष में थे, भाजपा की ‘व्यवस्था’ में उनका विश्वास हैरान करने वाला था।
इन सभी विसंगतियों के बाद, राहुल गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस हरियाणा चुनाव में मात्र 22,779 वोटों से हार गई, जबकि अनुमानित जीत भारी थी।
चुनाव आयोग और लोकतंत्र पर सवाल
राहुल गांधी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वह चुनाव आयोग (Election Commission) और भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं, और वह ऐसा 100% प्रमाण के साथ कर रहे हैं। उनके अनुसार, यह स्पष्ट है कि कांग्रेस की अनुमानित भारी जीत को हार में बदलने की एक योजना बनाई गई थी।
यह आरोप भारतीय लोकतंत्र की मूलभूत संस्थाओं में विश्वास को लेकर एक बड़ी बहस छेड़ सकता है। राहुल गांधी का लक्ष्य इस मुद्दे को न केवल राज्य स्तर तक, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़े राजनीतिक विमर्श का हिस्सा बनाना है, जिससे आगामी चुनावों में यह प्रमुख चुनावी मुद्दा बन सके।

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