
कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ से भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) परेशान हो गए हैं, इसीलिए वे इस यात्रा को कांग्रेस की चुनावी हार से जोड़ रहे हैं। राजपूत का यह बयान केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के उस बयान के जवाब में आया है, जिसमें रिजिजू ने कहा था कि राहुल गांधी चुनाव हारने के बाद संवैधानिक संस्थाओं पर दोष लगाते हैं।
‘वोट चोरी’ के मुद्दे पर भाजपा पर दबाव
राजपूत ने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी सासाराम से शुरू हुई यात्रा में ‘एसआईआर’ (सर्च फॉर आइडेंटिटी एंड रजिस्ट्री) प्रक्रिया को लेकर तीखे सवाल पूछे हैं, जिनका जवाब रिजिजू और भाजपा के पास नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस मिलकर संविधान को कमजोर कर रहे हैं और वोटों की चोरी के जरिए सत्ता हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। राजपूत ने कहा कि भाजपा किसान, महिला, युवा और पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्गों के वोटों को कथित रूप से ‘काटकर’ और ‘वोट चोरी’ के जरिए ‘मैनेजमेंट की सरकार’ बनाना चाहती है। उन्होंने रिजिजू को लोकतंत्र और संविधान का सम्मान करने की नसीहत भी दी।
विपक्ष के एकजुट रुख का दावा
राजपूत ने पीएम-सीएम बिल पर विपक्ष के विरोध को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने सरकार को इस बिल पर जोरदार झटका दिया है, और यह स्पष्ट है कि यह बिल कानून और संविधान के विरुद्ध है। उन्होंने सवाल किया, “क्या प्रधानमंत्री खुद इस बिल के जरिए अपनी गिरफ्तारी के लिए अनुमोदन करेंगे?” राजपूत ने कहा कि इस मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव जैसे नेता भी भाजपा से असहमत हैं।
विदेश नीति और क्रिकेट पर भी हमला
सुरेंद्र राजपूत ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयानों पर भी हमला बोला। उन्होंने अमेरिका-पाकिस्तान के रिश्तों को लेकर दिए गए जयशंकर के बयान को ‘हमारी विदेश नीति का मजाक’ बताया। वहीं, तेल खरीदने को लेकर दिए गए बयान पर उन्होंने सवाल किया कि जब सरकार दूसरे देशों से सस्ता तेल खरीदती है, तो जनता को वह सस्ता तेल क्यों नहीं मिलता।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के मुद्दे पर उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि विपक्ष इस पर चर्चा कर रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के पुराने बयान को याद दिलाया जिसमें उन्होंने कहा था कि पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते। राजपूत ने सवाल उठाया कि जब पीएम मोदी खुद यह कह चुके हैं, तो फिर पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने की क्या आवश्यकता है?
कुल मिलाकर, सुरेंद्र राजपूत ने राहुल गांधी की यात्रा को एक सफल प्रयास बताते हुए भाजपा को कई मोर्चों पर घेरने की कोशिश की है। यह दर्शाता है कि ‘इंडिया’ ब्लॉक भाजपा पर लगातार दबाव बनाए रखने के लिए हर मुद्दे को भुनाने की कोशिश कर रहा है।

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