
भारत निर्वाचन आयोग पर राहुल गांधी द्वारा ‘वोट चोरी’ के आरोप लगाए जाने के बाद सियासत गरमा गई है। इस बयान को लेकर महाराष्ट्र भाजपा के वरिष्ठ नेता राम कदम ने राहुल गांधी को जमकर घेरा। उन्होंने राहुल के बयानों को ‘रोना-धोना’ और बचकाना हरकत बताया और कहा कि यह सब संभावित चुनावी हार से बचने की ‘बहानेबाजी’ है।
राम कदम ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि जब कांग्रेस तेलंगाना, कर्नाटक या राजस्थान में चुनाव जीतती है तो राहुल गांधी को चुनाव प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी नजर नहीं आती। लेकिन जैसे ही हार की संभावना बनती है, वे निर्वाचन आयोग को निशाने पर ले लेते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को अब ‘बालक की तरह रोना बंद करके आत्ममंथन करना चाहिए’ कि आखिर जनता उन्हें क्यों नकार रही है।
पाकिस्तान और विदेशी बयानबाजी का आरोप
राम कदम ने राहुल गांधी पर देश विरोधी मानसिकता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राहुल और उनकी पार्टी पाकिस्तान को खुश करने के लिए बयान देते हैं। विदेशों में जाकर राहुल गांधी ने कई बार भारत की छवि को नुकसान पहुंचाया है। यह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि उनकी देश के प्रति सोच को भी दर्शाता है।
ओबीसी दावों पर भाजपा का जवाब
राहुल गांधी द्वारा ओबीसी समाज को लेकर दिए गए बयानों पर भी राम कदम ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि–“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं ओबीसी वर्ग से आते हैं। उनकी सरकार का मंत्र है – ‘सबका साथ, सबका विकास’, जो सभी जातियों और वर्गों को साथ लेकर चलने में विश्वास करती है।”
कदम ने यह भी कहा कि कांग्रेस सिर्फ वर्ग विशेष की राजनीति करती है जबकि भाजपा समावेशी सोच के साथ आगे बढ़ रही है।
उद्धव ठाकरे और शिवसेना (यूबीटी) पर भी निशाना
राम कदम ने उद्धव ठाकरे और उनकी पार्टी शिवसेना (यूबीटी) पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि–“जो नेता आज कांग्रेस और शरद पवार के साथ बैठे हैं, वे हिंदुत्व की बात करने का नैतिक अधिकार खो चुके हैं। बालासाहेब ठाकरे जिनका जीवन भर कांग्रेस और पवार से विरोध रहा, उनके नाम पर आज गठबंधन कर लिया गया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि ‘सामना’ अखबार अब संघ और हिंदुत्व पर बोलता है, जबकि उसका वर्तमान स्वरूप पूरी तरह विरोधाभासी है।
सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप
राम कदम ने महा विकास आघाड़ी सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगाए और कहा कि ढाई साल के कार्यकाल में इनकी सरकार ने खिचड़ी से लेकर दवाइयों तक में भ्रष्टाचार किया। ऐसी सरकार संघ और हिंदुत्व की विचारधारा को क्या समझेगी। उन्होंने यह भी कहा कि देश सेवा त्याग और समर्पण मांगती है, लेकिन सत्ता में रहते इन दलों ने केवल लाभ और समझौते की राजनीति की है।
राम कदम के इस बयान से यह साफ हो गया है कि भाजपा विपक्ष द्वारा चुनाव आयोग पर उठाए जा रहे सवालों को पूरी तरह से नकार रही है और इसे राजनीतिक हथकंडा मान रही है। आगामी चुनावों से पहले यह बयानबाजी और तीखी हो सकती है।

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