
यूपी में ओपी राजभर को लगा है करारा झटका, सुभासपा महासचिव इजहार अली ने दिया इस्तीफा, भाजपा से गठबंधन पर उठाए सवाल
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओपी राजभर को बड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी के महासचिव इजहार अली ने अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे में एक शायराना अंदाज में तंज भी कसा है, जो पार्टी के भीतर की बढ़ती असंतोष को दर्शाता है।
राजभर पर परिवारवाद और मुस्लिम विरोधी होने का आरोप
इस्तीफे के बाद, इजहार अली ने मीडिया से बातचीत में ओपी राजभर पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि आज राजभर जो कैबिनेट मंत्री हैं, वह मुस्लिम और यादव समुदाय के वोट की बदौलत ही हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री होने के बावजूद, राजभर सबसे ज्यादा मुसलमानों को ही गाली दे रहे हैं।
इजहार अली ने पार्टी में परिवारवाद हावी होने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राजभर के बेटे और परिवार की बहुएं भी सुरक्षा में चलती हैं, और सवाल किया कि क्या पार्टी इसीलिए बनाई गई थी। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, “पहले आपका जिंदाबाद किया। फिर आपके बेटे का जिंदाबाद किया। दूसरे बेटे का जिंदाबाद किया। अब पोते का जिंदाबाद करने की स्थिति आ रही है।”
भाजपा गठबंधन से नाराजगी
इजहार अली के इस्तीफे से साफ संकेत मिल रहा है कि सुभासपा के मुस्लिम और यादव समुदाय के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर नाराजगी है। इससे पहले, 29 अप्रैल को भी सुभासपा के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के 200 से अधिक पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एक साथ इस्तीफा दे दिया था। जानकारों का मानना है कि भाजपा से गठबंधन के बाद से पार्टी के भीतर मुस्लिम और यादव समुदाय के नेताओं और कार्यकर्ताओं में असंतोष लगातार बढ़ रहा है।
राजनीति में इजहार अली का सफर
ऑटो मैकेनिक से राजनीति में आए इजहार अली, मुलायम सिंह यादव को अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं। उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत बसपा से की थी, और कुछ समय तक समाजवादी पार्टी में भी रहे। सऊदी अरब में ड्राइवर के रूप में काम कर चुके इजहार अली ने 1998 में राजनीति में प्रवेश किया और 2004 में बसपा सांसद अशोक रावत के साथ बसपा में शामिल हुए। उनका इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब ओपी राजभर यूपी में अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं, और यह घटना उनकी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकती है।

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