
शिवसेना (बीजेपी गठबंधन) की नेता शाइना एनसी ने विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने हाल ही में पारित किए गए जन सुरक्षा बिल के पक्ष में मजबूत दलीलें देते हुए कहा कि यह बिल राष्ट्रविरोधी तत्वों, उग्रवाद और अर्बन नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ा हथियार साबित होगा।
“क्या विपक्ष उग्रवाद को बढ़ावा देना चाहता है?”
शाइना एनसी ने सवालिया लहजे में कहा कि जब यह बिल देश की सुरक्षा और स्थिरता को मजबूत करता है, तो फिर इसका विरोध क्यों? उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वो केवल राजनीति के लिए ऐसे अहम मुद्दों पर भी विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “क्या विपक्ष यह नहीं चाहता कि अर्बन नक्सलवाद खत्म हो? क्या वे चाहते हैं कि उग्रवादी ताकतें फलें-फूलें?” उन्होंने यह भी साफ किया कि सरकार का उद्देश्य साफ है—राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर विराम लगाना।
चुनाव आयोग पर की गई टिप्पणी को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
उद्धव ठाकरे द्वारा चुनाव आयोग को ‘पत्थर’ कहे जाने पर भी शाइना एनसी ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग इस समय फर्जी मतदाताओं पर शिकंजा कसने का काम कर रहा है ताकि चुनाव निष्पक्ष हो सकें, लेकिन कुछ राजनीतिक दलों को यह प्रक्रिया पसंद नहीं आ रही। उन्होंने कहा, “जिनका जनाधार खत्म हो चुका है, वे अब चुनाव आयोग को भी निशाना बना रहे हैं।”
‘ठाकरे ब्रांड’ पर भी किया पलटवार
शाइना एनसी ने उद्धव ठाकरे के ‘ठाकरे ब्रांड’ वाले बयान को खारिज करते हुए कहा कि आज जनता काम के आधार पर वोट देती है, नाम के आधार पर नहीं। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की जनता ने उनके कार्यों के कारण चुना है, सिर्फ नाम की वजह से नहीं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि महायुति सरकार को जनता ने इसलिए चुना क्योंकि वह विकास और स्थिरता चाहती है।
इंटरव्यू देने के तरीके पर भी सवाल
उन्होंने उद्धव ठाकरे के इंटरव्यू के प्रारूप को लेकर भी तंज कसा और कहा कि “अगर आप सच्चाई से बात करना चाहते हैं तो किसी निष्पक्ष संपादक को इंटरव्यू दीजिए, न कि स्क्रिप्टेड तरीके से अपने ही करीबी नेताओं को।”
हिंदी बनाम मराठी विवाद और हिंसात्मक बयानबाजी पर चेतावनी
शाइना एनसी ने राज ठाकरे द्वारा निशिकांत दुबे को दी गई धमकी को अस्वीकार्य बताया और कहा कि राजनीति में हिंसा और धमकी के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा, “अगर आपके पास महाराष्ट्र के विकास का विजन है तो उसे दिखाइए, हाथापाई करके जनता का समर्थन नहीं मिलेगा।”
शाइना एनसी का यह बयान स्पष्ट संकेत देता है कि शिवसेना (बीजेपी गठबंधन) अब विपक्षी दलों के हर हमले का जवाब मजबूती से देने की रणनीति पर काम कर रही है। जन सुरक्षा बिल को लेकर छिड़ी बहस आने वाले चुनावी समीकरणों को और भी दिलचस्प बना सकती है।

गांव से लेकर देश की राजनीतिक खबरों को हम अलग तरीके से पेश करते हैं। इसमें छोटी बड़ी जानकारी के साथ साथ नेतागिरि के कई स्तर कवर करने की कोशिश की जा रही है। प्रधान से लेकर प्रधानमंत्री तक की राजनीतिक खबरें पेश करने की एक अलग तरह की कोशिश है।



