
केंद्र सरकार ने गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर पाकिस्तान के ननकाना साहिब की तीर्थ यात्रा के लिए सिख जत्थों को जाने की अनुमति दे दी है। यह फैसला सिख समुदाय के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है, क्योंकि इससे पहले गृह मंत्रालय ने यात्रा पर रोक लगाने संबंधी एक एडवाइजरी जारी की थी। पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह राजा वडिंग ने इस फैसले का खुले दिल से स्वागत किया है और लोगों की भावनाओं को समझने के लिए केंद्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है।
यात्रा पर रोक का फैसला और कांग्रेस की अपील
गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व हर साल नवंबर में मनाया जाता है, और इस मौके पर भारत से सिखों का एक बड़ा जत्था पाकिस्तान स्थित उनके जन्मस्थान ननकाना साहिब के लिए रवाना होता है।
इस साल, सितंबर में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को एक एडवाइजरी भेजी थी, जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया था कि नवंबर में शुरू होने वाले प्रकाश पर्व पर सिख जत्था पाकिस्तान नहीं भेजा जा सकता है। राज्यों को जत्थे की किसी भी आवेदन प्रक्रिया को आगे न बढ़ाने का निर्देश दिया गया था।
इस रोक के बाद, पंजाब के कई राजनीतिक नेताओं और सिख संगठनों ने केंद्र सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने और यात्रा की अनुमति देने की अपील की थी।
इन्हीं अपीलों में, पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह राजा वडिंग ने भी 17 सितंबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के माध्यम से केंद्र सरकार से रोक हटाने की मांग की थी।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से अनुरोध किया था, “गुरु नानक साहिब के प्रकाश पर्व पर ननकाना साहिब जाने की सिख तीर्थयात्रियों को दी गई अनुमति वापस लेने के फैसले पर पुनर्विचार करें। यह फैसला दिल्ली में बैठे अधिकारियों ने सिखों की भावनाओं और संवेदनाओं का कोई सम्मान किए बिना लिया है।” उन्होंने जोर दिया कि यह मामला सीधे तौर पर सिखों की आस्था और संवेदनाओं से जुड़ा हुआ है।

केंद्र ने मानी बात: सिख समुदाय में खुशी की लहर
लगातार हो रही अपीलों और सिख समुदाय की भावनाओं को देखते हुए, केंद्र सरकार ने अपने पहले के फैसले पर पुनर्विचार किया और ननकाना साहिब की तीर्थ यात्रा के लिए सिख जत्थों को हरी झंडी दे दी।
यह अनुमति मिलने के बाद, अमरेंद्र सिंह राजा वडिंग ने तुरंत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा, “भारत सरकार ने गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर सिख जत्थों को ननकाना साहिब की तीर्थ यात्रा की अनुमति दे दी। हम लोगों की भावनाओं को समझने के लिए सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हैं।”
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का आभार जताना यह दर्शाता है कि यह मुद्दा राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर धार्मिक आस्था का था, जिस पर केंद्र सरकार ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।

आस्था और सद्भावना की जीत
यह फैसला केवल यात्रा की अनुमति भर नहीं है, बल्कि यह सिखों की धार्मिक भावनाओं के प्रति सम्मान और दो पड़ोसी देशों के बीच सद्भावना को बढ़ावा देने वाला कदम भी है। गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित उनके पवित्र गुरुद्वारे में मत्था टेकने जाते हैं। यह यात्रा सिख धर्म की आस्था में केंद्रीय महत्व रखती है।
अब, केंद्र सरकार की अनुमति मिलने के बाद, सिख जत्थे नवंबर में होने वाले प्रकाश पर्व के लिए अपनी यात्रा की तैयारियाँ शुरू कर सकेंगे। राजनीतिक हस्तक्षेप के बावजूद, अंततः धार्मिक आस्था और जनभावना की जीत हुई, जिससे पूरे सिख समुदाय में खुशी की लहर दौड़ गई है।

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