
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी के अन्य सांसदों की एक मस्जिद में बैठे हुए तस्वीर वायरल होने के बाद भाजपा ने आरोप लगाया कि संसद भवन के पास स्थित मस्जिद में सपा नेताओं ने राजनीतिक बैठक की।
भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर आरोप लगाया कि अखिलेश यादव ने एक धार्मिक स्थल को वोट बैंक की राजनीति का अड्डा बना दिया है। उन्होंने लिखा, “यह वही अखिलेश हैं, जिन्होंने राम मंदिर के उद्घाटन को ‘राजनीतिक प्रोजेक्ट’ बताकर उससे दूरी बना ली थी। यह धर्मनिरपेक्षता नहीं, बल्कि पाखंड है।”
डिंपल यादव का पलटवार – “कोई बैठक नहीं हुई”
भाजपा के आरोपों पर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने जोरदार प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मस्जिद में कोई राजनीतिक बैठक नहीं हुई थी। “हम सभी वहां एक सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। हमारे एक सांसद इमाम हैं और हम उनकी आमंत्रण पर वहां मौजूद थे,” उन्होंने स्पष्ट किया।
डिंपल यादव ने आगे कहा, “भाजपा की मंशा हमेशा लोगों को भ्रमित करने की रही है। जब देश के सामने एसआईआर (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट) और ऑपरेशन सिंदूर जैसे अहम मुद्दे हैं, भाजपा उनसे ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की बातें फैलाती है।”

सपा सांसद नदवी का बयान – “भाजपा की राजनीति विभाजनकारी”
सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने भी भाजपा के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “मस्जिद और आस्था के स्थान लोगों को जोड़ने का कार्य करते हैं, जबकि भाजपा समाज को तोड़ने का प्रयास करती है। उनकी राजनीति भेदभाव और नफरत पर आधारित है।”
उन्होंने यह भी कहा कि “भाजपा को हर वह चीज़ खटकती है, जो एकता और सामाजिक सौहार्द की बात करती है। जबकि वे खुद ईश्वर और धर्म के नाम का सबसे अधिक राजनीतिक इस्तेमाल करते हैं।”
क्या है सच्चाई?
इस पूरे विवाद की जड़ वह तस्वीर है जो सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिसमें अखिलेश यादव सहित कई सपा सांसद एक मस्जिद में बैठे दिख रहे हैं। भाजपा इसे राजनीतिक बैठक बता रही है, जबकि सपा इसे सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होना बता रही है।
भाजपा और सपा के बीच यह टकराव राजनीति में धर्म के इस्तेमाल और सांप्रदायिक सौहार्द के मुद्दे को एक बार फिर चर्चा में ले आया है। जहां भाजपा इसे वोट बैंक की राजनीति कह रही है, वहीं समाजवादी पार्टी इसे ध्यान भटकाने की साजिश बता रही है। इस मुद्दे पर अब देश की राजनीति और अधिक गर्म होती नजर आ रही है।

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