
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में प्रदेश की भर्ती प्रक्रिया और विकास यात्रा को लेकर बड़ा बयान दिया। लोक भवन में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में सीएम योगी ने 1112 कनिष्ठ सहायक और 22 एक्सरे टेक्नीशियन को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और दावा किया कि उनकी सरकार ने पिछले साढ़े आठ वर्षों में 8 लाख से अधिक युवाओं को विभिन्न सरकारी सेवाओं में नियुक्ति दी है।

विपक्ष पर हमला
सीएम योगी ने पूर्ववर्ती सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पिछली सरकारों के समय भर्ती प्रक्रिया धांधली से भरी रहती थी। कई भर्तियों की जांच सीबीआई को सौंपनी पड़ी थी, जिनमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां उजागर हुईं। उन्होंने कहा कि उस दौर में युवाओं को नौकरी नहीं मिलती थी, बेटियां असुरक्षित थीं, व्यापारी खुद को असहाय महसूस करते थे और किसान आत्महत्या करने को मजबूर थे। त्योहारों के पहले दंगे शुरू हो जाते थे और पूरे प्रदेश में अराजकता का वातावरण था।

सामाजिक सौहार्द और विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के आठ वर्षों में सामाजिक सौहार्द का माहौल बना है। अब हर जनपद और समुदाय के लोग उत्साह और उमंग से त्योहार मनाते हैं। यही सामाजिक एकता यूपी के विकास की ऊर्जा बन चुकी है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ व्यक्ति ही स्वस्थ समाज और सशक्त राष्ट्र के निर्माण में योगदान दे सकता है।

रोजगार सृजन और पुलिस भर्ती
योगी ने कहा कि पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया ही नए उत्तर प्रदेश की तस्वीर पेश कर रही है। बीते आठ साल में 2.19 लाख पुलिसकर्मियों की भर्ती हुई, हाल ही में 60,244 पुलिसकर्मियों को नियुक्त किया गया। उन्होंने याद दिलाया कि जब पहली बार उनकी सरकार ने 50 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती निकाली, तब ट्रेनिंग सेंटर की भारी कमी थी। उस समय अन्य राज्यों और अर्धसैनिक बलों के ट्रेनिंग सेंटर का सहारा लेना पड़ा। अब व्यवस्था इतनी मजबूत हो चुकी है कि 60 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को प्रदेश के भीतर ही प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा में छलांग
सीएम ने स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग में हुई भर्तियों का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में 1354 स्टाफ नर्स, 7182 एएनएम और 1102 विशेषज्ञ चिकित्सकों को नियुक्त किया गया। चिकित्सा शिक्षा विभाग में 278 एसोसिएट प्रोफेसरों की भर्ती पूरी हुई। बड़े मेडिकल संस्थानों में 2142 स्टाफ नर्स की नियुक्ति भी की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले यूपी में केवल 17 मेडिकल कॉलेज थे। 40 मेडिकल कॉलेज बनने में 100 साल लगे, लेकिन उनकी सरकार ने साढ़े आठ साल में सरकारी और निजी प्रयासों से यह संख्या 80 से अधिक कर दी। “एक जिला, एक मेडिकल कॉलेज” अब यूपी की पहचान बन रहा है।
चिकित्सा सुविधाओं में सुधार
योगी ने कहा कि पहले अस्पतालों में डॉक्टर होते थे तो दवा नहीं, कभी दवा होती तो डॉक्टर नहीं। अब हालात बदल गए हैं। हर जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हुई हैं। यूपी मेडिकल कॉरपोरेशन के जरिए दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि 5.34 करोड़ परिवारों को आयुष्मान कार्ड मिल चुके हैं और 80 लाख से अधिक लोगों ने इसका लाभ उठाया है। इसके लिए यूपी सरकार ने भारत सरकार के साथ मिलकर 3,000 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया है।

यूपी की अर्थव्यवस्था में तेजी
मुख्यमंत्री ने आर्थिक उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि 70 वर्षों में यूपी की अर्थव्यवस्था 13 लाख करोड़ तक पहुंची थी। लेकिन उनकी सरकार ने आठ साल में इसे 35 लाख करोड़ तक पहुंचाने का काम किया है। यानी जो कार्य सात दशकों में नहीं हो पाया, उससे ढाई गुना अधिक उपलब्धि महज आठ वर्षों में हासिल की गई है।
सीएम योगी ने कहा कि आज प्रदेश के नौजवानों को रोजगार की गारंटी और अवसर मिल रहे हैं। पारदर्शी व निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया ने युवाओं का विश्वास जीता है। चिकित्सा, शिक्षा, सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में हुए सुधार प्रदेश को विकसित भारत के सपने की ओर ले जा रहे हैं।

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