
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन को 21 जुलाई की सुबह टहलते समय हल्का चक्कर आ गया था, जिसके बाद उन्हें चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के मेडिकल सर्विसेज निदेशक डॉ. अनिल बी.जी. ने बताया कि भर्ती के बाद उनकी कई जांचें की गईं, जिनमें एंजियोग्राम भी शामिल था।
हालत स्थिर, 28 जुलाई को डिस्चार्ज होने की जानकारी
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि मुख्यमंत्री की हालत अब पूरी तरह स्थिर है और उन्हें रविवार, 28 जुलाई को अस्पताल से छुट्टी दी जा रही है। अस्पताल ने यह भी स्पष्ट किया कि चिंता की कोई बात नहीं है और उन्होंने चिकित्सा विशेषज्ञों की देखरेख में पूरी तरह से आराम किया।
अस्पताल से भी नहीं रुके प्रशासनिक कार्य
भले ही वे अस्पताल में भर्ती रहे, लेकिन मुख्यमंत्री स्टालिन ने अपने प्रशासनिक कार्यों को रोकने से इनकार कर दिया। 22 जुलाई को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए बताया कि वे अस्पताल से भी अपनी आधिकारिक जिम्मेदारियों को निभा रहे हैं। उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि ‘उंगलुदन स्टालिन’ शिविरों की प्रगति पर नजर रखी जाए और जन शिकायतों के समाधान में किसी प्रकार की देरी न हो।
‘उंगलुदन स्टालिन’ से जनता से जुड़ने की कोशिश
‘उंगलुदन स्टालिन’ (आपके साथ स्टालिन) तमिलनाडु सरकार की एक विशेष योजना है, जिसके तहत मुख्यमंत्री खुद जनता की समस्याएं सुनते हैं। इन शिविरों में लोग अपनी शिकायतें सीधे दर्ज करा सकते हैं और संबंधित विभागों द्वारा त्वरित समाधान दिया जाता है। मुख्यमंत्री ने अस्पताल से ही इन शिविरों की समीक्षा कर यह स्पष्ट कर दिया कि जनता की सेवा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

कारगिल विजय दिवस पर अस्पताल से ही दी श्रद्धांजलि
26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री स्टालिन ने अस्पताल से ही शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। अपने ‘एक्स’ पोस्ट में उन्होंने लिखा, “कारगिल विजय दिवस पर उन वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि, जिन्होंने अद्भुत साहस के साथ मातृभूमि की रक्षा की और अपने प्राणों की आहुति दी। उनकी वीरता और बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।”
अस्पताल में रुकना नहीं चाहता था मन
26 जुलाई को किए गए एक अन्य पोस्ट में मुख्यमंत्री ने लिखा कि आंदोलन के साथी मैदान में अथक परिश्रम कर रहे हैं और डॉक्टरों के आग्रह के बावजूद उन्हें अस्पताल में रुकना अच्छा नहीं लग रहा। यह पोस्ट उनके मजबूत संकल्प और जिम्मेदार नेतृत्व का प्रमाण माना जा रहा है।
राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन में सक्रियता का संदेश
मुख्यमंत्री स्टालिन की इस पूरी स्थिति में सक्रियता और जनता के प्रति संवेदनशीलता ने यह संदेश दिया कि वे न केवल स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार कर रहे हैं, बल्कि राजनीतिक और प्रशासनिक रूप से भी पूरी तरह सक्रिय हैं। उनकी इस भूमिका को तमिलनाडु की जनता और राजनीतिक विशेषज्ञों ने सकारात्मक रूप में देखा है।

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