
तमिलनाडु की राजनीति में तेजी से उभरती पार्टी तमिलगा वेत्री कड़गम (टीवीके) ने रविवार से राज्यव्यापी प्रशिक्षण अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत 20,000 से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं और मतदान एजेंटों को तकनीकी और सांगठनिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। पार्टी के अध्यक्ष और तमिल सुपरस्टार विजय ने खुद इस अभियान का नेतृत्व किया और इसे आगामी 2026 विधानसभा चुनावों की रणनीतिक तैयारी का अहम हिस्सा बताया।
डिजिटल सदस्यता पर फोकस
प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कार्यकर्ताओं को ‘माई टीवीके ऐप’ के उपयोग में दक्ष बनाना है। यह ऐप पार्टी के डोर-टू-डोर डिजिटल सदस्यता अभियान का प्रमुख उपकरण है, जिसके ज़रिए पार्टी बूथ-स्तर पर सदस्यता पंजीकरण और समन्वय को पूरी तरह तकनीक-संचालित बना रही है।
टीवीके के महासचिव एन. आनंद ने जानकारी दी कि यह प्रशिक्षण अभियान 26 निगम जिलों के 54 विधानसभा क्षेत्रों और 15,652 मतदान केंद्रों को कवर करेगा। पार्टी के जिला सचिव और आईटी विंग के प्रशासकों को प्रशिक्षण सत्रों के संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। इन सत्रों में एलईडी स्क्रीन के माध्यम से ऐप की विशेषताओं को चरणबद्ध तरीके से समझाया जाएगा।
तकनीकी विशेषज्ञों की निगरानी
सभी प्रशिक्षण कार्यक्रमों की निगरानी पार्टी मुख्यालय से भेजे गए तकनीकी विशेषज्ञों की टीम करेगी। यह टीम किसी भी तकनीकी गड़बड़ी या सवाल का तत्काल समाधान करेगी। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि यह डिजिटल प्रशिक्षण अभियान संगठनात्मक समन्वय, सदस्यता की पारदर्शिता और कार्यकर्ताओं की निगरानी को नई धार देगा।

युवाओं को आकर्षित करने की रणनीति
टीवीके की स्थापना फरवरी 2024 में अभिनेता विजय ने की थी। स्थापना के बाद से ही यह पार्टी युवाओं, शहरी मतदाताओं और पढ़े-लिखे वर्ग के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है। विजय ने अपनी पार्टी के घोषणापत्र में पारदर्शी शासन, शिक्षा सुधार और युवा सशक्तिकरण को प्रमुख मुद्दा बनाया है।
हाल ही में विजय ने चेन्नई के पनैयूर स्थित पार्टी मुख्यालय से ‘माई टीवीके ऐप’ के दूसरे चरण की सदस्यता प्रक्रिया की शुरुआत की थी। इसके बाद पार्टी का सदस्यता अभियान और तेज़ हुआ है।
राजनीति में डिजिटल एज का प्रवेश
रविवार को शुरू हुए इस बड़े प्रशिक्षण कार्यक्रम से टीवीके ने स्पष्ट संकेत दिया है कि वह डिजिटल युग की राजनीति में खुद को एक तकनीक-प्रेमी और भविष्यदृष्टि रखने वाली पार्टी के रूप में स्थापित करना चाहती है। जहां परंपरागत दल आज भी पुराने सांगठनिक ढांचे पर निर्भर हैं, वहीं टीवीके डिजिटल माध्यमों से जमीनी कार्यकर्ताओं को जोड़ने और चुनावी रणनीति को सशक्त बनाने में लगी है।
तमिलनाडु में 2026 के विधानसभा चुनाव भले अभी दूर हों, लेकिन विजय की पार्टी ने अभी से कमर कस ली है। डिजिटल प्रशिक्षण और सदस्यता अभियान के ज़रिए टीवीके न सिर्फ अपने सांगठनिक ढांचे को मजबूत कर रही है, बल्कि राज्य की पारंपरिक राजनीति में एक नई लहर भी पैदा कर रही है। अब देखना यह है कि तकनीक और सिनेमा की लोकप्रियता के सहारे टीवीके चुनावी मैदान में किस हद तक प्रभाव डाल पाती है।

नेता और नेतागिरि से जुड़ी खबरों को लिखने का एक दशक से अधिक का अनुभव है। गांव-गिरांव की छोटी से छोटी खबर के साथ-साथ देश की बड़ी राजनीतिक खबर पर पैनी नजर रखने का शौक है। अखबार के बाद डिडिटल मीडिया का अनुभव और अधिक रास आ रहा है। यहां लोगों के दर्द के साथ अपने दिल की बात लिखने में मजा आता है। आपके हर सुझाव का हमेशा आकांक्षी…