
पंजाब की तरनतारन विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) ने अपने उम्मीदवार की आधिकारिक घोषणा कर दी है। सोमवार को पार्टी ने आदेश जारी करते हुए पूर्व विधायक हरमीत सिंह संधू को चुनावी मैदान में उतारने की पुष्टि की। इसके साथ ही, तरनतारन उपचुनाव में अब मुख्य राजनीतिक दलों के बीच चतुष्कोणीय मुकाबला तय हो गया है।
दरअसल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को ही हरमीत सिंह संधू को ‘आप’ का उम्मीदवार घोषित कर दिया था। सोमवार को पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) ने औपचारिक मुहर लगाते हुए संधू के नाम का ऐलान कर दिया।
आम आदमी पार्टी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस फैसले की जानकारी देते हुए लिखा, “राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) ने हरमीत सिंह संधू को तरनतारन विधानसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवार के रूप में चुना। हम उनके इस प्रयास और आगे आने वाली सभी जिम्मेदारियों में उनकी अपार सफलता की कामना करते हैं।”
तीन बार विधायक रह चुके हैं हरमीत संधू
हरमीत सिंह संधू तरनतारन सीट के लिए एक जाना-पहचाना नाम हैं। वह इस सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि ‘आप’ ने एक अनुभवी और स्थानीय पकड़ वाले नेता पर दांव लगाया है।
संधू ने सबसे पहले 2002 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी। इसके बाद, उन्होंने शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के टिकट पर 2007 में और फिर 2012 में भी विजय प्राप्त की थी। लंबे समय तक अकाली दल में रहने के बाद, हरमीत सिंह संधू ने शिअद छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थामा था। अब वह ‘आप’ के टिकट पर अपनी पुरानी सीट से चौथी बार विधानसभा पहुंचने की कोशिश करेंगे।

अन्य दलों ने भी उतारे अपने महारथी
तरनतारन उपचुनाव की घोषणा से पहले ही, अन्य प्रमुख राजनीतिक दलों ने भी अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, जिससे यह उपचुनाव राज्य की राजनीति के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है:
कांग्रेस: कांग्रेस ने शनिवार को ही करणबीर सिंह बर्ज को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनके नाम को हरी झंडी दी। करणबीर सिंह बर्ज पेशे से किसान और रियल एस्टेट कारोबारी हैं और वह तरनतारन कांग्रेस के उपाध्यक्ष भी हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा): भाजपा ने इस सीट पर हरजीत सिंह संधू को अपना प्रत्याशी बनाया है।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद): शिअद इस सीट के लिए सबसे पहले अपना उम्मीदवार घोषित करने वालों में से था। शिअद ने जुलाई 2025 में ही सुखविंदर कौर रंधावा को मैदान में उतारने का ऐलान कर दिया था।
विधायक के निधन से खाली हुई थी सीट
तरनतारन विधानसभा सीट जून 2025 में आम आदमी पार्टी के विधायक कश्मीर सिंह सोहल के निधन के कारण खाली हुई थी। नियमानुसार, सीट खाली होने के बाद छह महीने के भीतर उपचुनाव कराना अनिवार्य होता है।
हालांकि, चुनाव आयोग ने अभी तक तरनतारन विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की तारीख की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। लेकिन जिस तेजी से सभी प्रमुख दलों ने अपने-अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया है—जिसमें हरमीत सिंह संधू (आप), करणबीर सिंह बर्ज (कांग्रेस), हरजीत सिंह संधू (भाजपा) और सुखविंदर कौर रंधावा (शिअद) शामिल हैं—उससे यह स्पष्ट है कि सभी पार्टियां चुनाव की तारीखों के ऐलान का इंतजार किए बिना अपनी चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुट गई हैं। यह उपचुनाव पंजाब की मौजूदा राजनीतिक हवा का रुख तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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