
मीडिया से बात करते तेजस्वी यादव (फाइल फोटो)
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बड़ा और सनसनीखेज दावा किया। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में जनता का मूड स्पष्ट रूप से बदलाव का संकेत दे रहा है। अपने बयान में, तेजस्वी यादव ने सीधे तौर पर चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाते हुए गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण के मतदान के चार दिन बीत जाने के बाद भी आयोग द्वारा मतदान के आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। तेजस्वी ने साफ लहजे में आरोप लगाते हुए कहा कि “भाजपा जितना पाप करेगी, चुनाव आयोग उस पर पर्दा डालेगी।” उनका यह बयान बिहार चुनाव के दौरान राजनीतिक बयानबाजी में एक नया मोड़ लाया है और आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

🎤 171 सभाओं के बाद जनता का मिजाज
राजद नेता तेजस्वी यादव ने बताया कि वे इस चुनाव में अब तक 171 सभाएं कर चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों से संवाद करने के बाद उन्हें यह स्पष्ट हो गया है कि जनता अब परेशानियों से मुक्ति चाहती है। उन्होंने कहा कि लोग मुख्य रूप से गरीबी, पलायन और बेरोजगारी जैसी समस्याओं से तंग आ चुके हैं, और इसीलिए बिहार की जनता “बदलाव चाहती है।” तेजस्वी यादव ने अपने चुनाव प्रचार की सफलता का दावा करते हुए कहा कि उनके पास बिहार के भविष्य के लिए एक स्पष्ट रोड मैप है, जबकि सत्ताधारी दल नकारात्मक राजनीति कर रहा है।
डबल इंजन सरकार की नाकामी
तेजस्वी यादव ने एनडीए (NDA) गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में पिछले 20 साल से एनडीए की सरकार है, लेकिन इस लंबी अवधि के बावजूद बिहार को देश के “सबसे निचले पायदान पर” छोड़ दिया गया है। उन्होंने ‘डबल इंजन’ की सरकार की अवधारणा को पूरी तरह से विफल बताते हुए कहा कि इसका कोई फायदा बिहार को नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले दो दशकों में लाखों लोग शिक्षा, रोजगार और बेहतर इलाज के लिए बिहार छोड़कर पलायन कर चुके हैं। तेजस्वी ने कहा कि अगर एनडीए चाहती, तो बिहार को नंबर वन राज्य बना देती, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
नौकरी वाली सरकार और ‘कलम राज’ का संकल्प
राजद नेता ने दावा किया कि बिहार के लोग अब इतिहास रचने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता अब ऐसी सरकार चाहती है जो प्रदेश में दवाई, कमाई की व्यवस्था करे और सब कुछ यहीं पर उपलब्ध हो। उन्होंने अपनी सरकार आने पर ‘नौकरी वाली सरकार’ लाने का वादा दोहराया और कहा कि बिहार में अब ‘कलम राज’ आएगा। तेजस्वी ने संकल्प लिया कि उनकी सरकार के कार्यकाल में बिहार अब नकारात्मक सुर्खियों में नहीं, बल्कि सफलताओं के लिए जाना जाएगा और विकसित राज्यों में गिना जाएगा। उनका लक्ष्य है कि बिहारी युवाओं को दूसरे राज्यों में न जाना पड़े, इसके लिए प्रदेश को मजबूत बनाया जाएगा।
सत्ताधारी दल में घबराहट और आरोप
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे लोग घबराए हुए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री ने बिहार में डेरा डाल रखा है और सीएम हाउस से भी बड़े अधिकारियों को बुलाया जा रहा है। हालांकि उन्होंने जनता की सजगता पर भरोसा जताते हुए कहा कि इस बार जनता सजग है। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि स्ट्रांग रूम का सीसीटीवी बंद हो जा रहा है और भाजपा शासित राज्यों से पुलिस बल और अधिकारियों को बुलाने के संबंध में भी सवाल उठाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पीएम ने चुनाव प्रचार में नकारात्मक बातें कीं और उन्हें अपने नेताओं का भ्रष्टाचार नहीं दिखता। तेजस्वी ने निष्कर्ष निकाला कि प्रधानमंत्री की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है।

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