
उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के द्वितीय और अंतिम चरण का मतदान सोमवार को संपन्न हो गया। प्रदेश के 40 विकासखंडों में हुए मतदान में कुल 58.12% लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बारिश और हल्की छींटपुट घटनाओं के बावजूद मतदान शांतिपूर्ण रहा। खासकर चमोली और पौड़ी जिलों में मौसम खराब होने के बावजूद मतदाताओं का उत्साह देखने लायक था।
14751 प्रत्याशियों की किस्मत मतपेटियों में बंद
दूसरे चरण में 5033 पदों के लिए कुल 14751 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। अब इन सभी उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 31 जुलाई को मतगणना के दौरान होगा। देहरादून और ऊधम सिंह नगर जैसे जिलों में कई मतदान केंद्रों पर शाम चार बजे के बाद भी लंबी कतारें देखी गईं और रात करीब आठ बजे तक मतदान प्रक्रिया जारी रही।

वोटिंग प्रतिशत चरण दर चरण
मतदान के प्रतिशत को यदि समय के अनुसार देखा जाए तो….
- सुबह 10 बजे तक मतदान प्रतिशत 12.42% था।
- दोपहर 12 बजे तक यह बढ़कर 29.22% हो गया।
- 2 बजे तक 41.95% प्रतिशत मतदान हुआ।
- 4 बजे तक 58.12% मतदाता मतदान कर चुके थे।
चुनाव आयोग के मुताबिक अंतिम आंकड़े आने के बाद 65% से 70% तक मतदान होने की संभावना है।

मुख्यमंत्री ने की शांतिपूर्ण मतदान की अपील
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों से अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने की अपील की थी। उन्होंने कहा, “पंचायत चुनाव ग्रामीण विकास और लोकतंत्र को मजबूत करने का सशक्त माध्यम हैं। हर नागरिक की भागीदारी जरूरी है।” उन्होंने यह भी कहा कि सभी मतदाता निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान में सहयोग करें।
ग्रामीण लोकतंत्र की ओर सशक्त कदम
उत्तराखंड में पंचायत चुनाव न केवल स्थानीय नेतृत्व के चयन का माध्यम हैं, बल्कि यह ग्रामीण क्षेत्रों में सशक्त शासन और विकास योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए महत्वपूर्ण हैं। दूसरे चरण के शांतिपूर्ण मतदान ने एक बार फिर यह साबित किया कि राज्य के नागरिक लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सजग हैं। अब सबकी निगाहें 31 जुलाई पर टिकी हैं, जब मतगणना के साथ स्पष्ट होगा कि पंचायतों की कमान किसके हाथ में जाएगी।

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