
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अहमदाबाद रोड शो के दौरान एक महिला की मार्मिक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। भीड़ के बीच से फूलों की बारिश के बीच, इस महिला ने पीएम मोदी की आरती उतारी और इस दौरान उनकी आंखों में आंसू आ गए। इस भावुक क्षण ने वहां मौजूद सभी लोगों का ध्यान आकर्षित किया और अब यह तस्वीर देश भर में चर्चा का विषय बन गई है।
पीएम मोदी में दिखी भगवान की छवि
आरती उतारने वाली महिला की पहचान विलासाबा सिसोदिया के रूप में हुई है, जो निकोल में अपने पति और बच्चों के साथ रहती हैं। उन्होंने समाचार एजेंसी से खास बातचीत में अपने अनुभव साझा किए। विलासाबा ने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी उनके सामने से गुजरे, तो वह खुद को रोक नहीं पाईं। उन्होंने कहा, “मैंने आरती की थाली ली थी और उनकी आरती उतारी। उसी समय पीएम मोदी ने भी नमस्ते करते हुए हाथ जोड़े।”
विलासाबा ने बताया कि उन्हें पीएम मोदी में भगवान की छवि दिखाई दी। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी में भगवान का प्रतिबिंब दिखाई देता है। उनकी छवि, प्रतिष्ठा और हाव-भाव वैसा ही है। रोड शो के दौरान हर्षोल्लास था।” विलासाबा ने कहा कि वह पीएम मोदी को अपना आदर्श मानती हैं, और इसी वजह से वह भाव-विभोर हो गईं। उन्होंने कहा, “मुझे लगा कि जैसे भगवान खुद चलकर मेरे आंगन आए हों।”
आंखों में आंसू आने के सवाल पर विलासाबा ने कहा कि यह पल इतना भावनात्मक था कि उन्हें पता ही नहीं चला कि कब उनकी आंखों में आंसू आ गए। उनके अनुसार, पीएम मोदी की नजर भी उन पर पड़ी। विलासाबा ने इसे अपने लिए गर्व की बात बताया।

विपक्ष के विरोध पर क्या बोलीं विलासाबा?
जब विलासाबा से विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री मोदी का विरोध किए जाने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इसे कोई बड़ी बात नहीं बताया। उन्होंने कहा, “विरोध उसी व्यक्ति का होता है, जो काम करता है। प्रधानमंत्री मोदी देश के विकास का काम कर रहे हैं। अब हर किसी की सोच एक जैसी नहीं होती। इसलिए उनका विरोध होता है।” उनका यह बयान विपक्ष को एक सीधा जवाब माना जा रहा है, और यह भी दिखाता है कि आम जनता के बीच पीएम मोदी की लोकप्रियता किस हद तक है।
विलासाबा ने अपनी इच्छा भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में प्रधानमंत्री मोदी उन्हें दिल्ली बुलाते हैं, तो वह अवश्य उनके दर्शन करने जाएंगी।

जनता से जुड़ाव का नया प्रतीक
यह घटना केवल एक भावुक क्षण नहीं है, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी की ‘जन-नायक’ छवि और जनता के साथ उनके भावनात्मक जुड़ाव को भी दर्शाती है। जहां विपक्ष लगातार सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रहा है, वहीं विलासाबा सिसोदिया जैसी आम नागरिक का यह भावुक रिएक्शन भाजपा के लिए एक बड़ा राजनीतिक संदेश है। यह दिखाता है कि पीएम मोदी की व्यक्तिगत छवि आज भी उनके समर्थकों के लिए बहुत मायने रखती है। यह घटना भविष्य में पार्टी के चुनावी अभियानों में भी एक मजबूत भावनात्मक पहलू के रूप में इस्तेमाल की जा सकती है।

राजनीति में विरोधी खेमे को खोदने और चिढ़ाने वाली खबरों को अलग महत्व होता है। इसके लिए नारद बाबा अपना कालम लिखेंगे, जिसमें दी जाने वाली जानकारी आपको हंसने हंसाने के साथ साथ थोड़ा सा अलग तरह से सोचने के लिए मजबूर करेगी। 2 दशक से पत्रकारिता में हाथ आजमाने के बाद अब नए तेवर और कलेवर में आ रहे हैं हम भी…..



