
अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के दौरे पर आए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को गुरुवार को एक बार फिर विरोध का सामना करना पड़ा। ऊंचाहार में ‘जनता दरबार’ लगाने के बाद जब वे दिशा की बैठक में पहुंचे, तो वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर हंगामा हो गया। समाजवादी पार्टी (सपा) के बागी विधायक मनोज पांडेय ने इस मुद्दे पर निंदा प्रस्ताव रखा, और जब राहुल गांधी ने माफी मांगने से इनकार कर दिया तो उन्होंने बैठक का बहिष्कार कर दिया।
राहुल गांधी का ‘जनता दरबार’
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने रायबरेली दौरे के दूसरे दिन ऊंचाहार स्थित एनटीपीसी गेस्ट हाउस में ‘जनता दरबार’ लगाया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न लोगों की समस्याएं सुनीं। एक दिव्यांग व्यक्ति की पीठ पर लदकर एक दूसरा दिव्यांग राहुल गांधी से मिलने पहुंचा और उनसे ट्राईसाइकिल मांगी।
जनता दरबार में राहुल गांधी से मिलने के लिए व्यापारी संगठन और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल भी पहुंचा, जिन्होंने अपने-अपने मुद्दों को सांसद के सामने रखा।
‘दिशा’ बैठक में निंदा प्रस्ताव और हंगामा
‘जनता दरबार’ के बाद राहुल गांधी दिशा (DISHA) की बैठक में पहुंचे, जहां उनका स्वागत जिलाधिकारी हर्षिता माथुर और एसपी यशवीर सिंह ने किया। बैठक में यूपी सरकार के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश सिंह, सपा से निष्कासित विधायक मनोज पांडेय और विधायक अदिति सिंह भी शामिल हुए।
बैठक शुरू होते ही सपा के बागी विधायक मनोज पांडेय ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ की गई ‘अमर्यादित टिप्पणी’ को लेकर निंदा प्रस्ताव रखा। उन्होंने राहुल गांधी से इस टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा। हालांकि, राहुल गांधी के मना करते ही मनोज पांडेय ने इसका विरोध करते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया और बाहर निकल आए।
मनोज पांडेय का तीखा हमला: ‘पीएम का अपमान बर्दाश्त नहीं’
बैठक के बहिष्कार के बाद मनोज पांडेय ने पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी लगातार सर्वोच्च न्यायालय और इलेक्शन कमीशन जैसी देश की गरिमामयी संस्थाओं पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि जिस एजेंसी से राहुल गांधी ने मतदाताओं का सर्वे करवाया था, उस एजेंसी ने खुद सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है।
मनोज पांडेय ने राहुल गांधी को चुनौती देते हुए कहा कि उन्हें उन विकास कार्यों का ब्योरा सार्वजनिक करना चाहिए, जो उन्होंने किए हैं। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा, “प्रधानमंत्री का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
मंत्री दिनेश सिंह के विरोध के बाद दूसरी घटना
यह लगातार दूसरा दिन था जब रायबरेली में प्रधानमंत्री पर की गई टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी को विरोध का सामना करना पड़ा। बुधवार को इसी मुद्दे को लेकर योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने भी राहुल गांधी का काफिला रोकने का प्रयास किया था और धरने पर बैठ गए थे। विरोध के बाद उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को एक पत्र भी लिखा था। दिनेश सिंह के विरोध के ठीक अगले दिन मनोज पांडेय का यह कदम इस बात का संकेत देता है कि प्रधानमंत्री के सम्मान को लेकर किया जा रहा विरोध एक संगठित राजनीतिक अभियान का हिस्सा है।

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