
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को महाराष्ट्र के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। यह नियुक्ति सीपी राधाकृष्णन के उपराष्ट्रपति चुने जाने के बाद महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने के कारण हुई है। इस संबंध में गुरुवार को राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अजय कुमार सिंह ने एक आधिकारिक आदेश जारी किया।
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, “सीपी राधाकृष्णन के उपराष्ट्रपति चुने जाने के कारण महाराष्ट्र के राज्यपाल का पद छोड़ने के फलस्वरूप, भारत के राष्ट्रपति ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को उनके अपने कर्तव्यों के अतिरिक्त महाराष्ट्र के राज्यपाल के कार्यों का निर्वहन करने के लिए नियुक्त किया है।” यह नियुक्ति राज्यपालों के बीच अस्थायी व्यवस्था की एक मानक प्रक्रिया है, जब तक कि इस पद पर किसी स्थायी नियुक्ति की घोषणा नहीं हो जाती।
आचार्य देवव्रत का परिचय
आचार्य देवव्रत एक अनुभवी सार्वजनिक व्यक्तित्व हैं। वे गुजरात के राज्यपाल के रूप में कार्य करने से पहले भी एक राज्यपाल के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उन्होंने अगस्त 2015 से जुलाई 2019 तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में कार्य किया था। जुलाई 2019 से वे गुजरात के राज्यपाल के रूप में कार्य कर रहे हैं, जहां उन्होंने कृषि और सामाजिक सुधारों के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनका लंबा प्रशासनिक और सामाजिक अनुभव महाराष्ट्र जैसे बड़े और महत्वपूर्ण राज्य की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभालने में सहायक होगा।
सीपी राधाकृष्णन की उपराष्ट्रपति पद पर जीत
महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने वाले सीपी राधाकृष्णन 9 सितंबर को भारत के उपराष्ट्रपति चुने गए थे। वे भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़े थे। उन्होंने उपराष्ट्रपति चुनाव में ‘इंडिया’ ब्लॉक के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को हराया था। सीपी राधाकृष्णन को इस चुनाव में कुल 452 वोट मिले थे, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी को 305 वोटों से संतोष करना पड़ा था।
सीपी राधाकृष्णन ने जुलाई 2024 में महाराष्ट्र में राज्यपाल का कार्यभार संभाला था, जहां उन्होंने रमेश बैस की जगह ली थी। उनका कार्यकाल काफी कम रहा, क्योंकि उन्हें अपनी नई संवैधानिक भूमिका के लिए चुना गया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी बधाई
उपराष्ट्रपति चुने जाने के बाद सीपी राधाकृष्णन ने महाराष्ट्र के राज्यपाल का पद छोड़ दिया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के माध्यम से उन्हें बधाई दी थी। राष्ट्रपति ने लिखा था, “सार्वजनिक जीवन में आपके (सीपी राधाकृष्णन) दशकों के समृद्ध अनुभव राष्ट्र की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। मैं आपको एक सफल और प्रभावशाली कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं देती हूं।” यह संदेश उनके नए संवैधानिक पद के महत्व को दर्शाता है और उनके सार्वजनिक जीवन के लंबे अनुभव को स्वीकार करता है।

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