
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा ‘वोट चोरी’ के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे भारत को गृह युद्ध में धकेलना चाहते हैं। यह बयान ऐसे समय में आया है जब ‘जैन जी’ और ‘वोट चोरी’ के आरोपों को लेकर देश में राजनीतिक बयानबाजी चरम पर है।
राहुल गांधी पर हताशा का आरोप
बेगूसराय में मीडिया से बातचीत करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी हताशा में ऐसे बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा, “कभी वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नकल करते हैं, तो कभी ‘जैन-जी’ की बात करते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे कभी मुसलमानों को भड़काते हैं और कभी ऊल-जलूल बातें करते हैं।” गिरिराज सिंह का यह बयान राहुल गांधी के उस बयान के जवाब में आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश के युवा छात्र और संविधान लोकतंत्र की रक्षा करेंगे और ‘वोट चोरी’ को रोकेंगे।
घुसपैठियों पर भी बोला हमला
गिरिराज सिंह ने घुसपैठियों के मुद्दे पर भी तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि पूरे भारत को घुसपैठियों से मुक्त करना है। उन्होंने दावा किया कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी इस बात को कहा था, लेकिन घुसपैठ को रोका नहीं गया। गिरिराज सिंह ने आरोप लगाया कि बंगाल और बिहार घुसपैठियों के लिए एक सुरक्षित पनाहगार बन गए हैं, जिससे भारतवंशियों के अधिकारों का हनन हो रहा है।
उन्होंने आगे कहा, “सिर्फ यह कहना कि ‘पीएम मोदी के 11 साल, आपने क्या किया?’ काफी नहीं होगा। जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, हम घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बाहर निकाल रहे हैं।” गिरिराज सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि घुसपैठियों को पनाह देने का काम मस्जिदों की छत्रछाया में हुआ है।
धीरेंद्र शास्त्री के बयान का समर्थन
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के उस बयान पर, जिसमें उन्होंने सभी धार्मिक स्थलों पर साप्ताहिक रूप से राष्ट्रगान बजाने का सुझाव दिया था, गिरिराज सिंह ने उसका समर्थन किया। उन्होंने कहा, “राष्ट्रगान राष्ट्र के प्रति समर्पण के रूप में गाया जाता है। राष्ट्र के बिना सब कुछ अधूरा है। इसलिए राष्ट्र की गरिमा और गौरव को हमेशा बनाए रखना चाहिए।”
बिहार के मंत्री ने भी साधा निशाना
राहुल गांधी की टिप्पणी पर बिहार सरकार में मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह उनकी हताशा और निराशा की भाषा है। वे देश में अराजकता की स्थिति लाना चाहते हैं। यह उनकी मानसिकता को दर्शाता है। वे संवैधानिक तरीके से सत्ता पाने में नाकाम रहे हैं। उनको लग चुका है कि सरकार उनको सत्ता में नहीं लाएगी। इसलिए राहुल गांधी बेबुनियाद और बिना सोची-समझी बातें कर रहे हैं।”
इन बयानों से स्पष्ट है कि ‘वोट चोरी’ का मुद्दा अब राजनीतिक घमासान का केंद्र बन गया है, जिसमें आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।

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