
बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इसी बीच, पटना में कांग्रेस कार्यसमिति की एक बेहद महत्वपूर्ण बैठक शुरू हो गई है। पहली बार बिहार की धरती पर हो रही इस बैठक को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर काफी अहम माना जा रहा है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में झंडोतोलन किया, जिसके बाद कार्यसमिति की बैठक शुरू हुई। बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मौजूद हैं, जिनकी उपस्थिति ने इस बैठक को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है।
अहम नेताओं का जमावड़ा
इस बैठक में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें सचिन पायलट, सलमान खुर्शीद, पवन खेड़ा, जीतू पटवारी और हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री जैसे प्रमुख चेहरे शामिल हैं। इन नेताओं की उपस्थिति से साफ है कि कांग्रेस बिहार चुनाव को कितनी गंभीरता से ले रही है। पटना के सदाकत आश्रम में हो रही इस बैठक में बिहार और देश से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों के साथ-साथ आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीतियों पर गहन चर्चा की जा रही है।
‘वोट चोरी’ का मुद्दा केंद्र में
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में ‘वोट चोरी’ का मुद्दा एक बड़ा एजेंडा है। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर अपनी आगे की रणनीति तय करेगी। हाल के दिनों में कई राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल चुनाव में धांधली और ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाते रहे हैं। राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे पर खुलकर बात की है और माना जा रहा है कि वे बिहार से इस अभियान को और धार देंगे। मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी इस बात पर जोर दिया कि बिहार की इस ऐतिहासिक धरती से ‘वोट चोरी’ का संदेश पूरे देश में जाएगा और राहुल गांधी ने यहीं से इसकी शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि भारत का हर नागरिक महसूस कर रहा है कि भविष्य का भारत राहुल गांधी के नेतृत्व में आगे बढ़ेगा।
बिहार की जनता बदलाव चाहती है: सचिन पायलट
बैठक में भाग लेने पहुंचे कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने बिहार को देश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण राज्य बताया। उन्होंने कहा कि बहुत लंबे समय के बाद इस ऐतिहासिक धरती पर कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हो रही है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह बैठक न केवल कांग्रेस पार्टी, बल्कि प्रदेश की राजनीति की दिशा तय करेगी। पायलट ने कहा कि इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा होगी और निश्चित रूप से बिहार में होने वाले चुनाव मुख्य मुद्दा रहेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस चुनाव में पूरी ताकत के साथ उतरेगी क्योंकि बिहार की जनता बदलाव चाह रही है। उन्होंने कहा, “पिछले काफी वर्षों से जो हाल है, उससे जनता त्रस्त है और बदलाव पर उतारू है।” पायलट ने विश्वास जताया कि इस चुनाव में महागठबंधन प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाएगा। मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं और चुनाव की घोषणा होने पर सब कुछ तय हो जाएगा।

यह बैठक कांग्रेस के लिए एक संजीवनी का काम कर सकती है। बिहार जैसे महत्वपूर्ण राज्य में कार्यसमिति की बैठक करके कांग्रेस यह संदेश देना चाहती है कि वह राज्य की राजनीति में अपनी पुरानी प्रासंगिकता को फिर से हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। ‘वोट चोरी’ जैसे मुद्दों को उठाकर पार्टी सीधे-सीधे सत्ताधारी दल पर हमला बोल रही है और जनता के बीच अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बैठक में लिए गए निर्णय और बनाई गई रणनीतियां बिहार के चुनावी मैदान में कितना असर दिखाती हैं।
चुनाव रणनीति पर मंथन
हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भी इस बैठक के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि चूंकि इस साल बिहार में चुनाव होने वाला है, इसलिए यहां उस चुनाव को लेकर रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। यह बैठक कांग्रेस के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह न केवल बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एक रोडमैप तैयार करेगी, बल्कि कार्यकर्ताओं में भी नया जोश भरेगी। इस बैठक को लेकर बिहार कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सदाकत आश्रम पहुंचे हैं, जो यह दर्शाता है कि पार्टी जमीनी स्तर पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए तैयार है।

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