
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के मतदान के बीच एबीवीपी और एनएसयूआई ने अपनी-अपनी जीत का दावा किया है। दोनों छात्र संगठनों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए, जिससे मतदान का माहौल गरमा गया। वहीं, मतदान के दौरान हल्की झड़प और धक्का-मुक्की की घटनाएं भी सामने आईं, जिनमें एक छात्रा के चोटिल होने की जानकारी मिली है।
ABVP का आरोप: एनएसयूआई अध्यक्ष ने की धक्का-मुक्की
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने एनएसयूआई डूसू अध्यक्ष रौनक खत्री और उनके साथियों पर आरोप लगाया कि उन्होंने नॉर्थ कैंपस में धक्का-मुक्की की। एबीवीपी का कहना है कि इस घटना में एक छात्रा घायल हो गई, जिसे तुरंत इलाज के लिए ले जाना पड़ा। एबीवीपी ने इस घटना को गंभीर करार देते हुए एनएसयूआई पर चुनावी माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया।
NSUI का पलटवार: एबीवीपी कर रही धांधली
दूसरी ओर, एनएसयूआई ने आरोप लगाया कि एबीवीपी ने चुनाव में धांधली और वोटों की हेरफेर की है। एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने यहां तक कहा कि एबीवीपी के डूसू अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का नामांकन रद्द किया जाए। उन्होंने किरोड़ीमल कॉलेज, हिन्दू कॉलेज और हंसराज कॉलेज में धांधली के मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है।

ABVP का दावा: चारों सीटें हमारी
एबीवीपी ने अपनी जीत को लेकर आत्मविश्वास जताते हुए दावा किया कि वे डूसू चुनाव में सभी चारों पदों पर जीत दर्ज करेंगे। एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री वीरेंद्र सोलंकी ने कहा कि उनकी बढ़ती लोकप्रियता से एनएसयूआई घबरा गई है और अब हार से बचने के लिए बेबुनियाद आरोप लगा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि एनएसयूआई अब दूसरे नहीं, बल्कि तीसरे स्थान के लिए संघर्ष कर रही है।
एबीवीपी दिल्ली के प्रदेश मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि एनएसयूआई भी कांग्रेस की तरह हर चुनाव में ईवीएम पर ठीकरा फोड़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि किरोड़ीमल कॉलेज के बाहर रौनक खत्री के साथ आई भीड़ ने एक छात्रा को धक्का दिया, जिससे वह गिरकर घायल हो गई।
NSUI का दावा: छात्र देंगे एबीवीपी को जवाब
एनएसयूआई ने पलटवार करते हुए कहा कि एबीवीपी ने चुनाव को प्रभावित करने के लिए “अलोकतांत्रिक और धोखाधड़ी भरे तरीके” अपनाए हैं। एनएसयूआई अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र एबीवीपी की “बेईमानी” को बर्दाश्त नहीं करेंगे और मतदान में उन्हें सबक सिखाएंगे।

छात्रों का उत्साह और प्रशासन की तैयारी
गौरतलब है कि डूसू चुनाव में 50 से अधिक कॉलेजों के 2.75 लाख से ज्यादा छात्र मतदाता हैं। मतदान शाम 7:30 बजे तक जारी रहेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि वोटों की गिनती 19 सितंबर की सुबह 9 बजे से शुरू होगी और उसी दिन शाम तक परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
नतीजों पर टिकी निगाहें
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव हमेशा से राष्ट्रीय राजनीति की झलक माने जाते रहे हैं। यही कारण है कि इस बार भी सभी की निगाहें 19 सितंबर को आने वाले नतीजों पर टिकी हुई हैं। जहां एबीवीपी अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है, वहीं एनएसयूआई ने छात्रों से अपील की है कि वे एबीवीपी की “धांधली” का जवाब वोट से दें।

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