
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मध्य प्रदेश के मुरैना में अपनी कथा संपन्न करने के बाद छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचे, जहां स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया। गुढ़ियारी के अवधपुरी मैदान में कथा स्थल पर हजारों श्रद्धालुओं ने फूल बरसाकर उनका अभिनंदन किया।
रायपुर पहुंचने के बाद मीडिया से बातचीत में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक बार फिर हिंदू राष्ट्र और सामाजिक समरसता के अपने अभियान को मजबूती से आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा, “यह वही जगह है जहां से हमने हिंदू राष्ट्र की बात शुरू की थी। छत्तीसगढ़ हमारे दिल के बेहद करीब है।”
धार्मिक अभिव्यक्ति पर मुखर बयान
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इस दौरान धार्मिक अभिव्यक्ति और सेकुलरिज्म की परिभाषा पर एक मुखर बयान दिया। उन्होंने कहा, “हम किसी को छेड़ते नहीं, लेकिन जो हमें छेड़ता है, उसे छोड़ते भी नहीं।”
धार्मिक स्वतंत्रता पर अपनी बात रखते हुए उन्होंने जोर देकर कहा, “‘आई लव मोहम्मद’ कहना बुरा नहीं, लेकिन ‘आई लव महादेव’ भी उतना ही स्वीकार्य होना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि देश का कानून किसी को बख्शने वाला नहीं है। उनका यह बयान धार्मिक भावनाओं की अभिव्यक्ति में समानता और संतुलन की मांग को रेखांकित करता है।
नक्सलवाद के खात्मे की सराहना
शास्त्री ने छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में हो रहे प्रयासों की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद छत्तीसगढ़ के लिए एक काला धब्बा था। उन्होंने कहा, “इसका खात्मा स्वागत योग्य है और इसे पूरी तरह मिटाना जरूरी है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका अभियान राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समरसता की दिशा में महत्वपूर्ण है और यह सिलसिला अनवरत जारी रहेगा।
विपक्ष पर साधा निशाना: भगवान राम के अपमान पर चुप्पी क्यों?
तमिलनाडु में भगवान राम के पोस्टर जलाए जाने की हालिया घटना की उन्होंने कड़ी निंदा की। इस घटना पर देश के विपक्षी नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
उन्होंने कहा, “ऐसी घटनाएं निंदनीय हैं। विपक्ष के नेता, जो अन्य मजहबों के मुद्दों पर मुखर रहते हैं, इस मामले पर चुप क्यों हैं? उन्हें भगवान राम के अपमान पर भी बोलना चाहिए।” शास्त्री ने सेकुलर नेताओं को कटघरे में खड़ा करते हुए आह्वान किया कि उन्हें सभी धर्मों की आवाज समान रूप से उठानी चाहिए।

पीओके पर कठोर रुख
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के मुद्दे पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भारत का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान द्वारा कब्जाई गई जमीन वापस लेंगे और “ऐसा करने का यही सही समय है।” उन्होंने इसके पीछे तर्क दिया कि पाकिस्तान में इस समय अराजकता का माहौल है।
हालांकि, साथ ही उन्होंने पाकिस्तान में शांति के लिए प्रार्थना करने की बात भी कही। उन्होंने पाकिस्तानियों को सलाह दी, “अगर वे पाकिस्तान को नहीं संभाल पा रहे हैं, तो भारत लौट जाएं।”
कुल मिलाकर, रायपुर आगमन पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र के अपने कोर एजेंडे को दोहराने के साथ ही, धार्मिक अभिव्यक्ति में समानता, नक्सलवाद पर नियंत्रण और पीओके के संवेदनशील मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी।

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