
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को आगरा में अधिकारियों के साथ विभिन्न विकास परियोजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर तीखे हमले किए। उन्होंने दावा किया कि ये तीनों दल 2047 तक क्रमशः केंद्र, उत्तर प्रदेश और बिहार में सत्ता में वापस नहीं आ पाएंगे। मौर्य ने इन दलों को ‘परिवारवादी’ और ‘दिशाहीन’ संगठन करार दिया।
अखिलेश, राहुल और तेजस्वी पर सीधा प्रहार
मीडिया से बातचीत करते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा एक ‘डूबता हुआ जहाज’ है और उसका भविष्य पूरी तरह से अंधकार में है। उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा, “अखिलेश यादव अपनी आंखों पर सैफई का चश्मा लगाकर देख रहे हैं, इसलिए उन्हें प्रदेश में हो रहा विकास नजर नहीं आ रहा है। उन्हें किसी अच्छे डॉक्टर से इलाज कराना चाहिए, लेकिन मैं नहीं चाहता कि वो आगरा आएं।” उनका इशारा मानसिक स्वास्थ्य के लिए प्रसिद्ध आगरा के संस्थानों की तरफ था।
उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव जैसे नेता ‘मुंगेरीलाल के सपने’ देख रहे हैं, जबकि जनता उनकी वापसी को असंभव मानती है। उन्होंने कहा कि ये सभी नेता सत्ता खोने के बाद तनाव और अवसाद में हैं, जिसका असर उनके बयानों में साफ नजर आता है।
जीएसटी संशोधन और जनहित के कदम
केशव मौर्य ने केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में घोषित जीएसटी संशोधनों की भी सराहना की। उन्होंने इन संशोधनों को ‘क्रांतिकारी कदम’ बताते हुए कहा कि 22 सितंबर तक संशोधित जीएसटी दरें लागू हो जाएंगी। उन्होंने कहा, “यह कदम महंगाई को नियंत्रित करने और जनता को राहत देने की दिशा में एक ठोस प्रयास है, जिससे आम आदमी को सीधा लाभ मिलेगा।” इस बयान के जरिए उन्होंने सरकार की आर्थिक नीतियों को जनता के हित में बताया।
बाढ़ और सड़कों पर सरकार की कार्रवाई
उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुई भारी बारिश और बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों के मुद्दे पर मौर्य ने कहा कि सरकार इस समस्या पर गंभीरता से काम कर रही है। उन्होंने बताया कि सड़कों के नुकसान का आकलन करने के लिए सर्वे का काम चल रहा है, और जल्द ही उनके पुनर्निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हुई क्षति की भरपाई भी समयबद्ध तरीके से करने का आश्वासन दिया।
एसआईआर (SIR) का विरोध और विपक्ष पर सवाल
मतदाता सूची से संबंधित एसआईआर (SIR) को लेकर हो रहे विरोध पर उपमुख्यमंत्री ने विपक्ष पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि जो लोग सत्ता से बाहर हैं, वही इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने सीधा सवाल पूछा, “क्या एक व्यक्ति का नाम वोटर लिस्ट में बार-बार होना चाहिए? क्या मृतक या घुसपैठियों के नाम मतदाता सूची में रहने चाहिए?” मौर्य ने इन सवालों के जरिए विपक्ष के विरोध को बेबुनियाद साबित करने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव के लिए ‘सही कामों का विरोध करना एक फैशन’ बन गया है, लेकिन अब देश इस तरह की नकारात्मक राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर रहा है, जबकि सरकार पारदर्शिता और जनहित में काम कर रही है।

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