
बिहार में 2025 के विधानसभा चुनावों से पहले ही राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ गई है। इसी क्रम में शुक्रवार को नवादा के गांधी इंटर विद्यालय के मैदान में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का एक विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें जदयू, भाजपा सहित सभी सहयोगी दलों के हजारों कार्यकर्ता एक मंच पर एकजुट हुए। इस सम्मेलन में एनडीए के नेताओं ने बिहार में विकास और सुशासन की लहर का दावा करते हुए कार्यकर्ताओं को 2025 के चुनाव में 225 सीटें जीतकर नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प दिलाया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। इस सम्मेलन की अध्यक्षता जदयू जिलाध्यक्ष मुकेश विद्यार्थी ने की, जबकि मंच का संचालन भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल मेहता ने किया, जो गठबंधन की मजबूत एकता को दर्शाता है।
नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने पर जोर
सभा को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि बिहार में एनडीए की लहर है और महागठबंधन के पास कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि इसी घबराहट में महागठबंधन के नेता अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं। चौधरी ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हो रहे विकास कार्यों को घर-घर तक पहुंचाएं। उन्होंने 2025 के विधानसभा चुनाव के लिए एक बड़ा लक्ष्य निर्धारित करते हुए कहा, “हमें 225 सीटें जीतकर नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाना है।” उन्होंने कार्यकर्ताओं से पूरी जी-जान से इस लक्ष्य को हासिल करने में जुट जाने का आह्वान किया।
एनडीए का सुशासन और विकास का वादा
नवादा के सांसद विवेक ठाकुर ने कार्यकर्ताओं को अफवाहों और भ्रामक जानकारियों से सावधान रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार बिहार में सुशासन, सुरक्षा और विकास के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने केंद्र और बिहार सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने की जिम्मेदारी कार्यकर्ताओं को सौंपी ताकि जनता तक सही जानकारी पहुंच सके। ठाकुर ने कहा कि मजबूत सरकार ही प्रदेश को प्रगति की राह पर ले जा सकती है और इसके लिए एनडीए का फिर से सत्ता में आना जरूरी है।
बिहार सरकार की मंत्री शीला मंडल ने भी सभा को संबोधित किया और कहा कि देश और बिहार का विकास केवल एनडीए ही सुनिश्चित कर सकता है। उन्होंने कहा कि बिहारियों की चिंता सिर्फ एनडीए ही करती है। उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व में चलाई गई गरीबों के लिए जनकल्याणकारी योजनाओं का जिक्र किया, जिन्होंने बिहार को एक नया रूप दिया है। उन्होंने कहा कि ये योजनाएं न सिर्फ गरीबों को सशक्त कर रही हैं, बल्कि प्रदेश की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को भी मजबूत बना रही हैं।

केंद्र सरकार की योजनाओं का मिला समर्थन
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने भी कार्यकर्ताओं में जोश भरा। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने वृद्धजनों और दिव्यांगजनों के लिए पेंशन राशि बढ़ाकर उनका सम्मान किया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे बिहार के विकास के लिए एनडीए सरकार को फिर से सत्ता में लाने में अपना पूरा योगदान दें ताकि प्रदेश में विकास की गति दोगुनी हो सके। उन्होंने केंद्र की योजनाओं को भी बिहार के विकास से जोड़ा, जिससे यह संदेश गया कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर बिहार की प्रगति के लिए काम कर रही हैं।
गठबंधन की एकता का प्रदर्शन
इस विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन में न सिर्फ जदयू और भाजपा के नेता मौजूद थे, बल्कि लोजपा के धीरेंद्र मुन्ना, हम पार्टी के श्याम सुंदर सिंह, लोजपा (रामविलास) के जिलाध्यक्ष मनोज सिंह, हम जिलाध्यक्ष अशोक मांझी और आरएलएम जिलाध्यक्ष राजेंद्र कुशवाहा सहित सभी सहयोगी दलों के नेता भी मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में नीतीश कुमार के नेतृत्व पर विश्वास व्यक्त किया, जो एनडीए की आंतरिक एकता और एकजुटता को दर्शाता है।
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं को एकजुट करना और उनमें जोश भरना था। नेताओं ने कार्यकर्ताओं को यह स्पष्ट संदेश दिया कि वे ज़मीनी स्तर पर काम करें, जनता से जुड़ें और सरकार के विकास कार्यों का प्रचार करें। इस सम्मेलन से यह साफ हो गया है कि एनडीए 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार है और नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक बार फिर से सत्ता में वापसी के लिए आश्वस्त है।

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