
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान की रिहाई का इंतज़ार फिलहाल खत्म नहीं हुआ है। लगभग 23 महीनों से सीतापुर जेल में बंद आजम खान की रिहाई की प्रक्रिया बेल बॉन्ड में पते की गलती के कारण रुक गई है। हालांकि, उनकी रिहाई की खबर मिलने के बाद शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और धारा 144 लागू कर दी गई है।
जेल रोड पर समर्थकों की भीड़ और जाम
आजम खान की रिहाई की खबर सुनकर उनके समर्थक सीतापुर जेल के बाहर बड़ी संख्या में इकट्ठा होने लगे, जिससे जेल रोड पर भारी जाम लग गया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जाम को खुलवाया और बेवजह खड़ी गाड़ियों के चालान काटे। साथ ही, बेवजह आने-जाने वाले लोगों को भी मौके से हटाया गया। पुलिस ने लाउडस्पीकर के ज़रिए धारा 163 लागू होने की जानकारी दी और लोगों से भीड़ न लगाने की अपील की।
सीओ सिटी विनायक भोसले ने बताया कि सीतापुर की सड़कें संकरी हैं और नवरात्रि के कारण पहले से ही भीड़भाड़ है। उन्होंने लोगों से पुलिस का सहयोग करने और बिना वजह इकट्ठा न होने की अपील की। जेल के आसपास ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही है ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो।

बेल बॉन्ड में गलती से रुकी रिहाई
आजम खान को इलाहाबाद हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उनकी रिहाई की उम्मीद थी, लेकिन बेल बॉन्ड में पते की गलती के कारण उनकी रिहाई की प्रक्रिया रोक दी गई है। जेल प्रशासन के मुताबिक, किसी भी कैदी की रिहाई के लिए बेल बॉन्ड में सही और पूरा पता होना अनिवार्य है। पते में त्रुटि पाए जाने पर पूरी प्रक्रिया रोक दी जाती है। अब नए दस्तावेजों को सही कराकर ही रिहाई की प्रक्रिया दोबारा शुरू होगी।

पिछले 23 महीनों से आजम खान कई कानूनी दांव-पेंचों में फंसे हुए थे। उन्हें कई मामलों में पहले ही जमानत मिल चुकी थी, लेकिन किसी न किसी कारण से उनकी रिहाई की प्रक्रिया में देरी होती रही, और वह जेल से बाहर नहीं आ पा रहे थे। इस नई अड़चन से उनकी रिहाई का इंतज़ार और लंबा हो गया है।

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